
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर एक बार विवादित दावा कर दिया है — “गर्भवती महिलाओं को अब टाइलेनॉल नहीं देना चाहिए, वरना बच्चों को ऑटिज़्म हो सकता है!”
इस बयान के बाद व्हाइट हाउस में सिर दर्द शुरू हो गया… और डॉक्टरों ने भी Tylenol खोजने के बजाय Ibuprofen निकाल लिया।
टाइलेनॉल = ऑटिज़्म? ट्रंप बोले – “No More Pain, Just Panic!”
ट्रंप का कहना है कि पैरासिटामोल (यानी Tylenol) “फायदेमंद नहीं है”, और इसे सिर्फ बहुत ज़रूरी हालत में ही लेना चाहिए।
साथ में स्वास्थ्य मंत्री रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर भी थे, जिनका वैज्ञानिकों से लगभग वैसा ही रिश्ता है जैसा ट्रंप का ट्विटर से — ज्यादा शोर, कम डेटा।
मेडिकल एक्सपर्ट बोले – “Sir, स्टडी है, पर Strong Evidence नहीं!”
कुछ रिसर्च में सच में यह देखा गया है कि गर्भावस्था के दौरान टाइलेनॉल लेने और बच्चों में न्यूरो-डिवेलपमेंटल इश्यूज़ के बीच कुछ association हो सकता है,
लेकिन…
“कोई निर्णायक वैज्ञानिक प्रमाण नहीं मिला है कि टाइलेनॉल से ऑटिज़्म होता है।” – Medical Journals
उधर, Tylenol की निर्माता कंपनी Kenvue ने सफाई दी:

“Acetaminophen का कोई सीधा संबंध Autism से नहीं है. हम इस तरह के बयानों से असहमत हैं।”
ट्रंप की मेडिकल थ्योरी – Netflix से प्रेरित या WhatsApp से?
ट्रंप की थ्योरी कुछ ऐसी लगती है:
मेडिकल दावा | वैज्ञानिक आधार | ट्रंप वर्ज़न |
---|---|---|
टाइलेनॉल सुरक्षित है | हां | Nope (Autism Alert!) |
पैरासिटामोल फ़ायदेमंद | हां | बकवास है |
गर्भावस्था में ज़रूरी | हां | तभी जब बुखार आग बन जाए |
लगता है ट्रंप की मेडिकल जानकारी उन्हीं लोगों से आई है जो कहते हैं कि “Coca-Cola से पीलिया ठीक होता है!”
“Mr. Trump, कृपया डॉक्टर बनने की कोशिश न करें!”
जहां विज्ञान कहता है कि टाइलेनॉल “controlled dose में safe है,” वहीं ट्रंप कहते हैं – “नहीं, नहीं! इससे बच्चे Genius नहीं, Autistic बनते हैं!” अब सवाल ये है – गर्भवती महिलाओं को डॉक्टर की सुननी चाहिए या डोनाल्ड ट्रंप की?
(माना कि दोनों कभी-कभी Prescription में हस्ताक्षर करते हैं, पर डिग्री का फर्क होता है!)